(नवीन,गोपाल,अमन, कृष्ण गुबंर है दावेदार)
सिरसा ( प्रैसवार्ता ) हरियाणा विधानसभाई चुनाव अभी दूर है, मगर राज्य के अन्य क्षेत्रों की तरह सिरसा क्षेत्र से चुनाव लडने के इच्छुकों की राजनीतिक सरगर्मियां बढी हुई है। क्षेत्र सिरसा के मतदाता कैसा विधायक चाहते हैं,को लेकर "प्रैसवार्ता' द्वारा करवाये गये एक सर्वेक्षण में कांग्रेस के नवीन केडिया, हलोपा के गोपाल कांडा, भाजपा के अमन चोपडा तथा इनैलो के कृष्ण गुंबर को फोक्स बनाकर मतदाताओं की राये एकत्रित की गई है। सिरसा क्षेत्र में शहर के 31 वार्डो तथा 31 ग्रामों में 31 प्रतिशत ही युवा मतदाता है।"प्रैसवार्ता" ने सभी वर्गो से संबधित युवाओं,महिलाओं तथा पुरूषों से संपर्क करके "सिरसा को कैसा विधायक चाहिये" पर चर्चा की है। सिरसा क्षेत्र को इनैलो का गढ कहा जाता है और वर्तमान में इनैलो का ही प्रतिनिधी विधायक है। इस क्षेत्र में अग्रवाल वैश्य समाज, पंजाबी समुदाय के मतदाताओं का आंकडा ज्यादा है, जबकि ब्राहमण, जाट, कु्म्हार, दलित तथा पिछडा वर्ग की भी अच्छी उपस्थिती है। क्षेत्र के कांग्रेस पक्षीय सोच वाले मतदाता कांग्रेस के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर के विश्वास पात्र नवीन केडिया को उचित मानते है, जो पहले भी इस क्षेत्र से चुनाव बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड चुके हैं। केडिया पक्षीयों की सोच है कि वह युवा, पूर्णतया पार्टी को ईमानदारी के साथ समर्पित, हर व्यक्ति के दुख-सुख में भागीदारी रखने के साथ-साथ क्षेत्र की समस्या से न केवल परिचित हैं, बल्कि समाधान करवाने में भी सक्षम हैंं। हलोपा सुप्रीमो गोपाल काँडा इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में भी इनैलो प्रत्याशी को कडी चुनावी टक्कर दे चुके हैं। केडिया और काँडा अग्रवाल वैश्य समाज से ताल्लुक रखते है। भाजपा की और से युवा चेहरे अमन चोपडा को उम्मीदवार बनाये जाने की संभावना है, जबकि इनैलो की तरफ से पूर्व पार्षद कृष्ण गुंबर अपनी दावेदारी रखते हैं। चोपडा तथा गुंबर का सबंध पंजाबी समुदाय से है। सिरसा क्षेत्र के राजनीतिक इतिहास के अनुसार इस क्षेत्र से हरियाणा गठन के बाद दो बार को छोडकर अग्रवाल या पंजाबी समुदाय की ही चौधर रही है। कांग्रेस, हलोपा को छोडकर भाजपा व इनैलो में अभी भी प्रत्याशी चयन को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, जबकि भाजपा टिकट के लिये यतिंद्र सिंह एडवोकेट, सुनीता सेतिया तथा इनैलो प्रत्याशी बनने के लिये मक्खन सिंगला भी प्रयासरत देखे जा रहे हैं। चर्चा तो यह भी है कि एक भाजपाई दिग्गज " चश्मा" भी पहन सकता है। यदि ऐसा होता है, तो चुनावी समींकरणों में बदलाव भी आ सकता है।
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